बाल कविता : आम....
हमारे वन जंगल में
बहुत सारे आम हैं
कोई लंगड़ा कोई दसहरी
हजारों इन के नाम हैं
भिटामिन ही
भिटामिन से भरे हैं
पक जाए तो पीले
कच्चे में फिर हरे हैं
बच्चों आम के सीजन में
आम खूब खाया करो
बहुत सारे मात्रा में
भिटामिन भी पाया करो
बहुत सारे मात्रा में
भिटामिन भी पाया करो .......