गली वही है उसमें रहते कुत्ते मतवाले है।
कहने भर के समझो ऐसे ये रखवाले है।।
हवा वही है मगर प्रदूषण स्वागत करता।
घर के बाहर जब जब कदम निकाले है।।
जिसे देखने को लालायित आँखे रहती।
कैसा जमाना आया है उसके ही लाले है।।
पागल मन को क्या सूझी है मिलने की।
गली वही है 'उपदेश' मगर कुत्ते काले है।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद