आलसी आदमी दुखी हाेता जाएगा,
भूख के बखत भी खाना नहीं पाएगा।।
छाेटा-माेटा अगर काम नहीं करेगा,
कैसे फिर अपना वह पेट भरेगा।।
कपडे भी खरीद कर पहन नहीं सकेगा,
देखने में फिर वह बहुत गन्दा दिखेगा।।
हर दिन रात उसकी चिन्ता बढेगी,
धन और पैसाें की बहुत दिक्कत पडेगी।।
हमेशा गरीब का गरीब ही रहेगा,
भूख के कारण कभी बहुत राेएगा।।
मद्दत के लिए समाज भी नहीं आएगी,
उसकी ताे जिन्दगी दुख ही दुख में जाएगी।।
इसी लिए बच्चों आलसी मत होना,
आलसी अगर बनोगे पड़ेगा बहुत रोना।।
आलसी अगर बनोगे पड़ेगा बहुत रोना.......
----नेत्र प्रसाद गौतम

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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