ये दर्दे दिल बताएं किसको ?
किसको बताएं ये दर्दे दिल .....
अपने ही कितना दर्द दे रहे हैं ,
ये हाल सुनाएं किसको ?
अपनों ने मेरे इस दिल को बहुत दर्द दे डाला , कितने निर्दयी हो गए हैं वो
कि इस दिल और दिमाग को चुर -चुर कर डाला ।
कोई गलती नहीं हमारी फिर भी
सज़ा मिल रही हैं।
कितना दिल दुखता है जब वो अपने इतनी
जली कटी सुनातें हैं ।
ये दर्दे दिल बताएं किसको ?
किसको बताएं ये दर्दे दिल?
अपने ही कितना दर्द दे रहे हैं,
ये हाल सुनाएं किसको ?
बिखर से गए हैं हम ,कब तक संभलें ,
संभल - संभल के थक गए हैं हम।
अब नहीं सुना जाता , अब नहीं सहा जाता ,
फिर भी सह रहें हैं हम।
अपनों के दिए दर्द हम किसी को बता भी तो नहीं सकते
क्योंकि अपनों के दिए दर्द किसी को बताए नहीं जाते,
सिर्फ सिने में दफ़नाएं जाते हैं।
ये दर्दे दिल बताएं किसको ?
किसको बताएं ये दर्दे दिल........
अपने ही कितना दर्द दे रहे हैं,
ये हाल सुनाएं किसको ?
💐"रीना कुमारी प्रजापत"