आस मेरी मां से..!
जब जाऊं घर से वापिस शहर
तब खूब हंसा कर विदा करना मां..!
रहती है चिंता तुम्हे भी मेरी
बस एक बार अपना भी ख्याल
रखना मां..!
आने को तो आऊंगी
हर बार तुमसे मिलने
इस बार जब जाऊं तो फिर
जल्दी आना बोलना मां..!
जब पहुंच जाऊं फिर उस शहर
तो सही सलामत पहुंच गई
यह खबर जरूर सुनना मां ।।
- तुलसी पटेल