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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

आलम-ए-ग़ज़ल परवेज़ अहमद की ग़ज़ल - ज़िंदगी के सफ़र में हम-सफ़र ढूॅंढता हूॅं

"ग़ज़ल"

ज़िंदगी के सफ़र में हम-सफ़र ढूॅंढता हूॅं!
बस उसी को मैं शाम-ओ-सहर ढूॅंढता हूॅं!!

जो उल्फ़त की मंज़िल तक पहुॅंचा दे यारों!
वही प्यार की मैं रहगुज़र ढूॅंढता हूॅं!!

तेरी तलाश में दिलबर मैं भटका बहुत हूॅं!
जिस पे चल के तुझे पा लूॅं वो डगर ढूॅंढता हूॅं!!

तू कहाॅं है? किधर है? बता दे जिधर है?
मुझे क्या ख़बर मैं बे-ख़बर ढूॅंढता हूॅं!!

मेरी फ़रियाद रब तक न पहुॅंची 'परवेज़'!
मैं दुआओं में अपनी असर ढूॅंढता हूॅं!!

- आलम-ए-ग़ज़ल परवेज़ अहमद
© Parvez Ahmad

The Meanings Of The Difficult Words:-
*शाम-ओ-सहर = शाम और सुबह (evening and morning); *उल्फ़त = मोहब्बत (love); *रहगुज़र = रास्ता (way or path); *डगर = रास्ता (way or path); *फ़रियाद = विनती (appeal or entreaty); *असर = प्रभाव (effect or influence).




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (12)

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Lekhram Yadav said

बहुत खूबसूरत रचना, सुप्रभात सहित सादर नमस्कार सर।

सुभाष कुमार यादव said

बहुत सुंदर रचना।👌🙏

श्रेयसी said

मैं दुआओं में अपनी असर ढूंँढता हूँ .... बहुत सुंदर बहुत ख़ूब 🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

दिल में मोहब्बत को पाने की इतनी खूबसूरत जिद। वाह, हरेक शेर में में मोहब्बत की बेइंतहा खुशबू। क्या बात है। परवेज जी, नमस्कार 👌🌹🙏

शिवचरण दास said

वाह वाह. ..आपकी दुआओं में और गज़लो में भी असर तो है

वन्दना सूद said

बहुत खूब 👌👌
मेरी फ़रियाद रब तक न पहुॅंची 'परवेज़'!
मैं दुआओं में अपनी असर ढूॅंढता हूॅं!!

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

दिल से आपका बहुत-बहुत शुक्रिया, यादव जी! नवाज़िश! ❤️🙏💐

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

मेहरबानी! बहुत-बहुत शुक्रिया आपका, सुभाष जी! ❤️🙏💐

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

आपका बहुत-बहुत शुक्रिया, श्रेयसी जी! नवाज़िश! ❤️🙏💐

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

मनोज जी बहुत-बहुत इनायत आपकी! तह-ए-दिल से बहुत-बहुत शुक्रिया आपका! आदाब! ❤️🙏💐

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

तह-ए-दिल से आपका बहुत-बहुत शुक्रिया, दास जी! ❤️🙏💐

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

शुक्रिया! मेहरबानी! करम! आपकी बहुत-बहुत नवाज़िश, वन्दना जी! ❤️🙏💐

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