राम लीला मंचन
रावण वध के साथ रामलीला का हुआ समापन,
श्रद्धा और भक्ति का दिखा अद्भुत संगम
कार्यालय संववाददाता
विजय मिश्र
एदिवसीय
लखनऊ । राजधानी के मुंशीखेड़ा, ट्रांसपोर्ट नगर स्थित रामलीला मैदान में प्रेम रामलीला समिति द्वारा आयोजित 58वीं भव्य भक्ति एवं संगीतमय छः दिवसीय रामलीला का आज विधिवत समापन हुआ। 1968 में स्थापित यह समिति वर्षों से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की लीला का दिव्य मंचन कर जन-जन में भक्ति, आदर्श और संस्कारों का संदेश देती आ रही है। छः दिवसीय इस रामलीला में राजा दशरथ दरबार, राम जन्म, ताड़का वध, सीता स्वयंवर, परशुराम संवाद, सीता हरण, राम-सुग्रीव मित्रता, बालि वध, लंका दहन, लक्ष्मण शक्ति, कुम्भकरण वध, मेघनाथ व अहिरावण वध से लेकर रावण वध तक की सभी प्रसंगों का भव्य मंचन किया गया। आज मंचन के दौरान लोगों की भीड़ और जय श्रीराम के नारों से पूरा मैदान भक्तिमय वातावरण में डूब गया। रामलीला के दौरान संगीतमय संवाद, आकर्षक वेशभूषा और मंच सज्जा ने दर्शकों का मन मोह लिया। समिति के संरक्षक मुकेश सिन्हा एवं वरिष्ठ संस्थापक जिया लाल यादव ‘कक्कू’ के संरक्षण में कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। आज यहां रामलीला मैदान में मंचन के दौरान लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। वहीं आज भव्य समापन के साथ यह रामलीला श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन गई।

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