चंद साँसे बाबा आपके नाम
चंद साँसे बाबा आपके नाम कर दी
वर्ना उधार तो बहुत है बाकी
कैसे होगा हिसाब चुकता
आलस महारानी हक है करती
कुछ नहीं अपना फिर काहे का सपना
चंद साँसे बाबा आपके नाम कर दी
वर्ना उधार तो बहुत है बाकी
मोहमाया का ये धागा बड़ा कच्चा
कब टूटेगा मालूम भी किसीको कहां
चंद पल की अगर होती उलझने
तो फिर भूल जाते निराश होना
खुश होकर खुशियाँ ही बांटते
पर ये तो है अजीब जादूगरी
छूमंतर होकर मंत्र में ही राचे
चंद साँसे बाबा आपके नाम कर दी
वर्ना उधार तो बहुत है बाकी
कैसे होगा फिर सत्य दर्शन भ्रम ही लागे
सारे जहाँ में बेख़ौफ़ झूठ भागे
ज़माने में वो सम्राट सा लागे
स्वार्थ सिद्ध करने हेतु मानवता मारे
लाचारी आहे भरे, दर्द की गली लागे
चंद साँसे बाबा आपके नाम कर दी
वर्ना उधार तो बहुत है बाकी