नजदीक रहकर भी बहोत दूर हो तुम
क्यों उल्फत की राहों से इतने दूर हो तुम
तुम्हें ढूंढते-ढूंढते कही पर भी चले जाते हे
क्यों मीलते नहीं आखरी तो अंजाम हो तुम
कोई गुन्हगार नहीं हम महोब्बत के लीये
ये ईश्वर का कानून हे इसे ठुकराते हो तुम
एक दिन जब होश आयेगा तो पछतावोंगे
नहीं मानोगे तो दिल से निकल जाओंगे तुम
के बी सोपारीवाला