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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

उसका और मेरा रिश्ता

हर रोज उससे बातें करने के बहाने ढूंढती रहती हूॅं,
हर रोज नई - नई शरारतें करती रहती हूॅं। (2)
मेरी हर शरारत को तो वो तवज्जो देता नहीं,
पर फिर भी उसके साथ शरारतें करके
खुशी से झूमती रहती हूॅं।

बड़ा मसरूफ़ है वो अपनी ज़िंदगी में
इसलिए बात मुझसे कभी करता नहीं । (2)
पर कभी-कभी जब भी बातें करता है,
शुरू होने के बाद फिर रुकता ही नहीं।

उसका और मेरा खून का नहीं दिल का रिश्ता है,
रहता है वो मुझसे मीलों दूर
पर महसूस हमेशा पास होता है। जान लेता है बिना बताए ही वो मेरा हर दर्द,
वो मुझसे राब्ता इतना रखता है।

मैं हर वक्त फ़क़त उसके ही बारे में
बातें करती रहती हूॅं, हर वक्त बस उसी के बारे में सोचती रहती हूॅं।
हक़ीक़त में तो मुलाक़ात उससे कभी होती नहीं,
पर हर रोज सपने में उससे मिलती रहती हूॅं।
✍️ रीना कुमारी प्रजापत




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

ताज मोहम्मद said

वाह वाह बहुत ही प्यारी मोहब्बत से भरी रचना। बहुत ही उम्दा प्रस्तुति।

रीना कुमारी प्रजापत replied

शुक्रिया ताज साहब

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut sundar Rachna, Pranam sweekar karein

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku so much Bhai,pranaam🙏

Uma Shri said

Bahut sundar bahut khoob manobhavon ko samyojit kar utkrsht rachna 👍👍

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत आभार आपका

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