अब समय के साथ चलना सीखना होगा हमें
रंग गिरगिट सा बदलना सीखना होगा हमें ।
प्यार या तकरार में हर बात जायज़ है जनाब
तितलियों के परकतरना सीखना होगा हमें।
शोहरतों की प्यास है अंधे समंदर की तरह
वक्त की हद से गुजरना सीखना होगा हमें ।
आस्था का मोल भी क्या मयकदों के बीच में
वादा करना फिर मुकरना सीखना होगा हमें।
दास चेहरा आपका तो वक्त का दर्पण खुला
खुल के जीना रंग भरना सीखना होगा हमें।