मेरी ख़ामोशी को मेरी कमज़ोरी ना समझ,
जो बोलने लगी तो रोम - रोम काॅंपने लगेगा।
तू सोचती है कि मैं चुप हूॅं मतलब डर गई,
वजह है तुझ पागल में वक़्त बर्बाद न करना।
ख़ामोशी से समझ रही हूॅं तेरे पागलपन को,
बाक़ी मेरे हिस्से का जवाब तुझे ख़ुदा देगा ।
एक वजह यह भी है मेरे ख़ामोश रहने की,
कि जब अपनी बात असर ना करे चुप रहना।
ख़ामोशी का सही मतलब अभी मालूम नहीं तुझे,
जिस दिन मालूम होगा तेरा घमंड उतर जायेगा।
बस उस दिन के इंतज़ार में अपने होंठ सीए बैठी हूँ,
जिस दिन तेरे गुनाहों की सज़ा तुझे ख़ुद ख़ुदा देगा।
🖊️ रीना कुमारी प्रजापत 🖊️