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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मेरा हर एक गीत तेरे नाम होगा – कमलकांत घिरी

मेरा हर एक गीत तेरे नाम होगा,
तू अगर कहे सुबह को शाम तो वो शाम होगा..!
तेरी हर एक बात मुझे कुबूल होगी,
तू मेरी आसमां का इकलौता आफताब होगा..!
तेरे होने से होगा नूर मुझमें,
तेरे होने से दिल मेरा आबाद होगा..!
तू होगी तो होंगे हज़ार सपने,
तेरे होने से पूरा मेरा हर ख़्वाब होगा..!
तू होगी तो होगा वजूद ए जिंदगी,
तेरे होने से मेरा क़िरदार होगा..!
तू होगी तो खिलेंगे फूल मेरे भी आंगन में,
तेरे होने से जीवन मेरा बहार होगा..!
तू होगी तो फूटेंगे प्रेम मेरे भी मन में,
तेरे होने से चाहत हमें बेशुमार होगा..!
तू ही मेरी मंज़िल होगी आखरी,
तुझ से ही शुरू मेरा हर सफ़र होगा..!
तू मेरी इबादत, तू मेरी चाहत, तू मेरी आरज़ू होगी आखरी,
तू ही मेरी कलम का आखरी अल्फाज़ होगा...!!

# कमलकांत घिरी...✍️




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Vadigi.aruna said

Wow, very nice gajal बहुत खूब लिखा आपने

कमलकांत घिरी replied

शुक्रिया आपका 🙏

Arpita pandey said

Waah kya baat hai

कमलकांत घिरी replied

धन्यवाद मैम🙏

Lekhram Yadav said

वाह क्या रचना है कमलकांत भाई मजा आ गया, मगर दिमाग में एक सवाल छोड़ दिया कि अमर वो तेरी न हुई तो आपका क्या होगा।

कमलकांत घिरी replied

आपका बहुत बहुत शुक्रिया सर जी🙏 किंतु क्षमा कीजिएगा मेरे पास आपके इस सवाल का कोई उत्तर नहीं है महोदय जी क्योंकि जहां विरह की बात आती है तो मैं मौन हो जाता हूं मेरे पास शब्द नहीं होते उस पीड़ा को बयां करने का, 🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत said

👌👌 अति सुन्दर

कमलकांत घिरी replied

शुक्रिया रीना दीदी 🙏

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