न गम है कोई मुझे
न दिल में दर्द सताता है कोई
हर राह से लड़ने की ताक़त भी है मुझमें
मुश्किल पलों को सहन करने का हुनर भी है मुझमें
फिर भी कभी कभी ये दिल एक गोद चाहता है
जहाँ सिर सहलाने वाला हाथ हो
ममता भरा भाव हो
आती-जाती नींद चेहरे पर मीठी सी मुस्कान लाए
वो पल वहीं थम जाए
और इस दिल की यह दुआ क़बूल हो जाए॥
----वन्दना सूद