इश्क़ की इस डगर पर सारे रास्ते हे अन्जान
कही गम कही ख़ुशी कही भी मीलता नहीं आराम
किसी की आंखो में ख्वाब कहीं पर दिल में तड़प
ये इश्क़ ही तो हे इस जिंदगी का आखरी मकाम
इश्क में जीना इश्क़ में मरना अजीब सा दस्तूर
पर सबके नसीब में कहां होती हे इश्क़ की जंजीर
प्यार करनेवाले की हसरतो का भी ख्याल किया करो
खुदा जो रूठ जायेगा तो पड़ जायेंगी बड़ी मुश्किल
के बी सोपारीवाला