कुछ हादसे
कुछ हादसे न हुए होते,
तो जिंदगी बदल गए होते,
किस्मत भी साथ देता,
गर रिश्तों के वादे निभाए होते..।।
तेरे इस गली मोहल्ले में,
हर रोज आना जाना होता,
इस अंधेरे में रोशन जहान होता,
गर भरोसा मुझ पर किए होते..।।
दीपक की रोशनी साथ होती,
कुछ अनकही बात होती,
नहीं छोड़ना था "सुप्रिया" की साथ तुम्हें,
बस कुछ उजाला हम भी किए होते....।।
दीमक की तरह खाता रहा,
छोटी - छोटी बातों पर दर्द पहुंचता रहा,
मुश्किल हो गया जीना मेरा,
कुछ आसान तुम किए होते...।।
- सुप्रिया साहू