New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

खुशी भी दी और दर्द भी

उसने कुछ अच्छा भी किया आज,
और कुछ बुरा भी किया।
उसने मुझे खुश भी किया आज
और मुझे दुःखी भी किया।।

जैसी मैं थी नहीं वैसी बातें,
आज उसने मेरी बना दी थी।
और जैसी मैं बनने वाली थी
वो बात सिर्फ़ मैं जानती थी,
लेकिन वो भी आज उसने बता दी थी।

एक पल जो उसने खुशी दी,
दूसरे ही पल पलक झपकते ही
दर्द भी दे दिया था।
और उस दर्द की ख़लिश इतनी थी,
कि जो खुशियां आज तक दी थी उसने
उनका साया भी अब मेरे पास नहीं रहा था।

उसने अनजाने में जो दर्द हमे दे दिया था,
कहीं ना कहीं उसका दुःख उसे भी हुआ था।
तभी तो उसने उस दर्द की वजह को
हटा देना चाहा,
पर अब क्या ? जब ग़म हमे मिल ही गया था।

✍️ रीना कुमारी प्रजापत ✍️




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Lekhram Yadav said

बहुत ही सुंदर रचना, आपको सादर नमस्कार।

रीना कुमारी प्रजापत replied

शुक्रिया🙏 नमस्कार प्रणाम

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Uttam rachna ✍️✍️ sundar prasang kaabile taaref 🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

धन्यवाद!

श्रेयसी said

Sundar abhiwyakti 👌👌🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

आभार आपका

वन्दना सूद said

Heart touching but beautifully expressed 👌👌

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks ma'am

सुभाष कुमार यादव said

अनुभूत पीड़ा की सार्थक अभिव्यक्ति। बहुत सुंदर। 👌🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

आभार आपका

Sanjay Srivastva said

खुशी और गम.... सही व्यख्यां 👍

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन