कविता : ऊलजलूल....
मैडम पहले कितनी
खूबसूरत थीं
देखने में ममता
की मूरत थीं
जबरदस्त स्मार्ट
लगती थीं
सुन्दर भी बहुत
दिखती थीं
इतनी अच्छी सूरत को
न जाने क्या क्या दल दलके
ओंठ पर लाली गाल पर
क्रीम और पावडर मल मलके
ये ऐसी ऊलजलूल हरकत
क्यों आप ने किया ?
अपनी अच्छी सूरत को बदसूरत
क्यों कर लिया ?
अपनी अच्छी सूरत को बदसूरत
क्यों कर लिया.......?
netra prasad gautam