कविता : अदा....
आप के दो हाथों के
लंबे से नाखून
फिर आप का नाम भी
बेग़मा खातून
ऊपर से आप की ये
सुन्दर सी मुस्कान
ये अदा देख क्यों न मचले
हर कोई इंसान
ये अदा देख क्यों न मचले
हर कोई इंसान.......
netra prasad gautam