New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

काश! मैं इस क़ाबिल होती

काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
तुम्हें किसी ग़ैर के हाथों में जाने से बचा पाती,
काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
तुम्हें अपना बना पाती।
और कुछ पाने की आरज़ू नहीं ज़िंदगी में,
पर काश ! इस क़ाबिल होती कि
तुम्हें उन धोखेबाजों के शिकंजे से छुड़ा पाती।

काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उन्हें मना पाती,
काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उन्हें बता पाती।
अपना आशियाना जो उन्होंने कौड़ियों के भाव
लूटा दिया,
काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उन्हें इसकी हक़ीक़त से वाक़िफ करा पाती।

काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उनसे रूबरू हो पाती,
काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उनसे गुफ़्तगु कर पाती।
फिर तो मसला हल हो जाता,
और ख़त्म मेरी ज़ुस्तज़ू हो जाती।

काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उनके विश्वासघाती को सज़ा दे पाती,
काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उसकी सच्चाई सामने ले आती।
दंड भुगत रहा होता वो,
पर काश ! मैं इस क़ाबिल होती कि
उसे बे -नक़ाब करने जाती।
✍️ रीना कुमारी प्रजापत ✍️




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Lekhram Yadav said

सुप्रभात मेरी प्यारी बहना, हम जानते हैं आप कितनी काबिल हैं यूं नाकामियों का लेबल लगा कर खुद को कमजोर साबित करने की भूल मत करो। हम चाहते हैं कि आप हर क्षेत्र के काबिल और अग्रणीय खिलाड़ी बनें और अपनी कविताओं में नकारात्मक बातों को मत लाएं, सिर्फ और सिर्फ सकारात्मकता की नाव पर सवार होकर कविता लिखें, जब तक नकारात्मक भावों की अभिव्यक्ति करना आवश्यक न हो। अपना ईमेल एड्रेस भेजने की कृपा करें। कविता बहुत सुन्दर है ये मत सोचना कि हमने आपकी आलोचना की है। आपको मेरा हार्दिक प्रणाम।

रीना कुमारी प्रजापत replied

प्रणाम🙏 शुक्रिया

रीना कुमारी प्रजापत replied

Abhi 22 July ko likhantu official se jo mail aaya tha shreshth rachnao waha sabka email address hai waha se le lijiye🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Bhai sahab ye nakaratmakta nahin hai jo haqiqat hai wahi hai sochiye koi Mahal jiski kimat karodo mein ho or apko usase bahut pyar ho or wo bik Raha ho or apki haisiyat nahi ho use bachane ki to aise bhav aa jate hai

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut sundar abhivyakti man ko jhakjhor diya Pranam🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Shukriya🙏

Arpita pandey said

Sundar rachna

रीना कुमारी प्रजापत replied

Dhanyawad

कमलकांत घिरी said

बहुत सुंदर प्रस्तुति दीदी जी हृदयस्पर्शी

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku bhai

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन