प्यार करनेवाले सब जानते हे
जुदा होकर कोई मजनू हुवा हे
तुम्हारा लहु तो अभी नया नया
पर हरदम नया कहां रहा हे
प्यार का इलाज कही होता नहीं
हो भी जाये तो उसकी दूवा हे
उसीको पुंजते हे ये जमानेवाले
जो हवाओं में तीर चलाना जानता हे
घूप में भी निकलो तो कोई गम नहीं
बहोत हे ईमारत उसका ही साया हे
के बी सोपारीवाला