झूठ नहीं...है बात सच सच
बीबी से कच पच बच्चों से खच पच
जिऊं की मरूं क्या करूं हाए
अपने भी हो गए मेरे तो पराए
हर तरफ लफड़ा
दोस्तों से झगड़ा
हो गई... बहुत उन से तगड़ा
पड़ोसन भी खट्टी पड़ोसी भी खट्टा
किसी से भी न मिल सका
मैं उल्लू का पट्ठा
किसी से भी न मिल सका
मैं उल्लू का पट्ठा.......
----नेत्र प्रसाद गौतम