क्या करोगे सोना चांदी खरीद कर
क्या ले जा पाओगे यहां से लादकर
अरे आदमी की पहचान इन ऊपरी
आभूषणों से नहीं है
जो चमकता है अपने कर्मों से वहीं तो
सही मायने में धनवान है।
और जो सोचता है सभी के कल्याण की
उसी पर तो होती माता लखमी मेहरबान हैं।
हर सक्षम हो तो पुण्य कमाओ
धन को अपनी यूं व्यर्थ ना गंवाओ
व्यक्ति समाज देश के लिए काम करो
अपनी समर्थता के अनुसार सब ख्याल करो।
धन का संचय नहीं विस्तार करो
इस धन तेरस पर सबके लिए खरीदार बनो...
सबके लिए कल्याण करो
Happy Dhanteras to all of u

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




