हो संकल्प बड़ा तो,
....कठिन रास्ते भी छोटे हो जाया करते,
पहाड़ और मीलो पर्वत भी,
....मिट्टी के ढेर हो जाया करते,
हो संकल्प बड़ा तो,
....नदियों को भी मोड़ा जा सकता,
हो संकल्प बड़ा तो,
....बंजर में भी फूल खिला करते हैं,
....बंजर में भी फूल खिला करते हैं,
कवि राजू वर्मा
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