हास्य व्यंग
तीन चोर - डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात "
ज़रा सुनिए एक कहानी, हास्यास्पद और अजीब, तीन चोरों की, जिनका दिल था बहुत ही नीच।
अंकी, इंकी, टंकी लाल, ये थे तीनों के नाम, चोरी छिपे करते थे काम।
एक दिन इन्होंने सोचा, कुछ बड़ा काम करें, राष्ट्रीय पक्षी मोर को चुरा लें।
मोर था बहुत खूबसूरत, रंग-बिरंगा सा, इन चोरों को लगा, इसे बेचकर कमाएंगे पैसा।
रात के अंधेरे में, ये तीनों चुपके से गए, मोर को पकड़ने के लिए, जाल बिछाया।
मोर बेचारा कुछ समझ पाया नहीं, फंस गया जाल में, और रोने लगा।
तीनों चोरों ने मिलकर, मोर को उठा लिया, और जंगल से भाग खड़े हुए।
लेकिन मोर इतना भारी था, कि ये तीनों थक गए, रास्ते में ही बैठ गए, और मोर को छोड़ दिया।
मोर भागकर जंगल में चला गया, और इन चोरों को मिली, बहुत बड़ी मार।
पुलिस ने इन तीनों को पकड़ लिया, और जेल में डाल दिया।