कानून के शासन की बातें,
होती हैं बस जुबानी।
हकीकत में तो चलता है,
पैसों का खेल जानी।
अधिकारियों का घमंड,
छूता आसमान।
जनता की दुहाई,
होती है बेमानी।
साक्ष्य लेने के बाद,
परीक्षण करने के बाद।
अपने आप,
गायब हो जाते हैं।
अधिकारी का मानना,
चूहे बहुत हैं।
खा जाते हैं फाइलें ऐ!"विख्यात"
रह जाते हैं उनके निशान।