Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

एक चित्रकार

एक चित्र कार (हास्य )

एक था कलाकार शक्ल सूरत से दिखता था चित्रकार नदी के सुंदर तीर पर अपनी तूलिका से दिखा रहा था कमाल अचानक आया वहाँ
एक विमान

जिसमे बैठा था यमराज
जिसे देख चित्रकार घबराया
यमराज ने दूत भेज उसे अपने
पास बुलाया

दूत बोला चित्रकार चल तेरा समय आया
तेरे लिए नरक का द्वार खुलवाया

नरक जाने की नही थी उसकी इच्छा
उसके दिमाग मे एक उपाय कूदा

उसने तूलिका से यमराज का सुंदर एक माडल बनाया
देख जिसे यमराज घबराया कुछ दबा सा मुस्कराया

एक एम एफ़ हुसैन ले जाकर बड़ा पछताया
नही दूजा मै नही ले जाऊँगा
इसे धरती पर ही पठाउँगा

यमराज बोला चित्रकार माँग तू वरदान
तुझे स्वर्ग का सुख इस धरती पर देने मन मैने बनाया

यह सुन चित्रकार मुस्काया
यमराज से नवजीवन और स्वर्ग सुख का वरदान पाया

यमराज ने भी चित्रकार से छुटकारा पाया विमान अपना सरपट दौड़ाया

अर्पिता पांडेय
स्वरचित मौलिक
18-03-2012




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

रमेश चंद्र said

😂😂😂 बहुत सुंदर हास्य पूर्ण रचना

अर्पिता पांडेय replied

Thank you sir ji 🙏

Komal Raju said

Very nice mam...itna hasane ke liye dhnyabad.

अर्पिता पांडेय replied

Thank you komal Raju ji

रीना कुमारी प्रजापत said

अति सुन्दर

अर्पिता पांडेय replied

धन्यवाद रीना जी 🙏🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Waah Kamal ki prastuti hai Mam👌👌, Aapki lekhan shaili bahut broad h, isako padhkar I feel like wow

अर्पिता पांडेय replied

आपने इस साधारण रचना को भी इतना महत्त्व दिया सादर प्रणाम

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन