दुआ मांगो तो कभी कजा मिलती है
यहां तो नेकी की भी सजा मिलती है
यारों से चाहो तो कफन उधार ले लो
दुश्मनी में खूब इसकी रजा मिलती है
बहुत रोए हैं जिस कांधे पे सर रख के
उसकी जिंदगी में सिर्फ निशा मिलती है
साफ कुछ भी दिखाई नहीं देता हमको
बहुत मशक्क्त से सही दिशा मिलती है
यूं हीं अपने दिल को बहला लिया दास
बड़ी मुश्किल से ये ताज़ा हवा मिलती है