यहाँ ख्याल मेरे नही दोस्त के घर से उठाए।
मेरा तो नाम का जाना कुछ कह नही पाए।।
बहन की कमरे में पढ़ाई बंद दरवाजे करके।
ट्यूशन पढाने वाले ने कुछ कर्तव्य दिखाए।।
खबर आई मगर देर से 'उपदेश' क्या करते।
बहन चम्पत ट्यूटर के संग चकित कर जाए।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद