जब अमीर आदमी सामने आता है
उसे आदर से ऐसे बोला जाता है
साहेब आप आए यहां हैं
रहते आप कहां हैं...?
सेवा खातिर में क्या चाहीए ?
जनाब बैठो बैठो आइए
जब गरीब आदमी सामने आता है
उसे डांट झपट के ऐसे बोला जाता है
ओह बोल जरा तू कहां से आ रहा ?
तेरा काम है की नहीं तू कहां जा रहा ?
अमीर और गरीब आदमी में यही फर्क है
गरीब की जिंदगी तो अभी भी नरक है
गरीब आदमी भी आदमी है कोई दूसरा नहीं है
अमीर को इज्जत देना गरीब की बेइज्जत करना ये कहां सही है ?
अमीर को इज्जत देना गरीब की बेइज्जत करना ये कहां सही है .......?
----नेत्र प्रसाद गौतम

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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