ऐ खुदा तुझसे है बस यही दुआ,
कि मैं रहूं या ना रहूं इस जहां में।
पर तू मेरे अपनों के साथ रहना सदा,
ऐ खुदा तुझसे है बस यही दुआ।।
ऐ खुदा दे दे भले ही तू मुझे इस जहां का हर दर्द
मुझे कोई परवाह नहीं,
बस मेरी ये दुआ क़ुबूल करना कि हर दर्द को
मेरे अपनों से परे रखना।
ऐ खुदा ना मिले भले ही मुझे किसी का प्यार
ज़िंदगी में मुझे कोई शिकवा नहीं,
पर बस मेरी ये दुआ क़ुबूल करना कि मेरे अपनों
को सभी के प्यार से भरे रखना।।
ऐ खुदा मुझे ना दे तू भले ही कोई खुशी
मुझे कोई गिला नहीं,
बस मेरी ये दुआ क़ुबूल करना कि मेरे अपनों को
मिले इस जहां की हर खुशी।
ऐ खुदा ले जा भले ही तू मुझे इस दुनियां से
मुझे कोई ग़म नहीं,
बस मेरी ये दुआ क़ुबूल करना कि मेरे अपनों को
हमेशा सलामत रखना।।
ऐ खुदा तुझसे है बस यही दुआ,
कि मैं रहूं या ना रहूं इस जहां में।
पर तू मेरे अपनों के साथ रहना सदा,
ऐ खुदा तुझसे है बस यही दुआ।।
"रीना कुमारी प्रजापत"