🙏 अभिवादन पर पाँच दोहे
अभिवादन जो कर चलें,उनका गजब कमाल।
यश-बल, विद्या आयु में, चर्चित रहे मिशाल।।1
नम:-नमस्ते, नमस्कार ,रचता मन विश्वास।
जो नर करना जानते, बढ़ती उनकी शाख।।2
नमस्कार,प्रणाम,एक, हृदय -जीत व्यवहार।
दे जाता मन को विनय,हरके मन का खार।।3
प्रात मिलें जो बड़े तो, कीजै मधुर प्रणाम।
हो जायेंगे सभी शुभ, सकल मनोरथ काम ।।4
हिय रख कर को जोड़िए,कहिए जय श्री राम ।
सामाजिक व्यवहार यह,की जे मन से राम।।5
✍️ - प्यासा