कोशिशें तमाम दुनियां ने कर ली
फिरभी ये दिल तुझे भूला नहीं है।
जल रहा उसी दिन से तेरी यादों में
क्या इस जलन की तुझको तपन
नहीं है।
तेरी यादों में जलकर
हम सोना बन गए।
बीन चावल सोयाबीन के
निमोना बन गए।
क्या सादगी तरो ताजगी
दिल भी अजीब है
चाह नहीं उसकी
जो दिल के क़रीब है
पुकारता उसे जो
रहता दूर दूर है ।
ना जाने इश्क़ मेरे रब्बा
यह क्या हो गया
प्यार करने वाला अचानक
दुश्मन बन गया ।
दिल लगानेवाला
दिल्लगी कर गया
कल तक जो प्यार करने
था वह आज़ दुश्मन बन बैठा
वह आज दुश्मन बन बैठ