पसंदीदा शख्स कौन होता है?..
वो, जिससे जितना भी विरोध कर लो, अंत में उसी की बात सुनने को दिल चाहे।
उसकी बात में छुपा फायदा सब का। जिसकी नाराज़गी में खुद की बेचैनी हो, जिसकी ख़ुशी में सब का सुकून हो।
जिसके बिना सब कुछ होकर भी, कुछ अधूरा सा लगे। वो, जिसे दुःखी कर दो तो ख़ुद का हृदय बोझिल हो जाए, जिसकी बातें कभी मुस्कुराने पर मजबूर करें, तो कभी आँखें नम कर जाएँ...
पसंदीदा शख्स वह नहीं जो बस आकर्षित करे, बल्कि वह जो खुद की रूह में बस जाए, जिसके बिना रहना, नामुमकिन सा लगे 'उपदेश'....
पसंदीदा शख्स से कभी मन न भरें।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद