चाहे कुरूक्षेत्र का मैदान हो,
चाहे रण सौ सौ बार हो,
जब अधर्म का आगाज हो,
तू आया है तू आएगा चाहे कृष्ण का अवतार हो,
जब जब पाप और अत्याचार हो,
मानव जाति का संघार हो,
तू आया है तू आएगा चाहे राम का अवतार हो,
तब तब रण में बिगुल बज जाएगा,
फ़िर चाहे जो परिनाम हो,
तू आया है तू आयेगा ..... तू आया है तू आएगा,
सर्वाधिकार अधीन है