Dear Diwali
शायद इस बार तुम जल्दी आ गई ,
लेकिन संग अपने रौनक ना ला पाई ।
चलो ठीक है
कोई बात नहीं !
मगर अबकी बार जब आना..
तो खूब रौनक के साथ आना
खुशियों की सौगात लेते आना ।
ऐसी बात नहीं है कि ,
इस शहर में कोई दिवाली ना मना रहा हो
मगर अजनबी शहर की चकाचौंध में
वो मजा कहां...
जो मेरे छोटे से आंगन में है ।
यहां दीपों की जगमगाहट तो है,
मगर...
गांव की वो मुस्कुराहट नहीं ।
या फिर उस गांव में अब
हम ही नहीं ।।
- तुलसी ।।
( शुभ दीपावली )