समय लौट कर वापस नहीं आता,
यह बात समय ने कभी नहीं कहा,
फिर भी यह बात सच सिद्ध हुई है|
यह बात हम इंसान ही सदियों से कहते आ रहे हैं
और आज भी कह रहे हैं,
जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा,
वैसे-वैसे इंसानों का समय के साथ अनुभव गहरा होता जाएगा|
एक दिन इंसानों का समय के साथ यह अनुभव इतना गहरा हो जाएगा
कि समय का अस्तित्व इंसानों से अलग नहीं रहेगा|
और तब इंसान का यह सफर,
जो मात्र समय के साथ अनुभव भर का है समाप्त हो जाएगा|
और तब इंसान परमानंद में होगा,
उसके सभी दुख सदा सदा के लिए मिट चुके होंगे|
-मनस्व