क्या तुम भूल गई आमना सामना अपना ?
भविष्य की बात में छुपा हुआ था सपना !!
वो जिन्दगी लौटकर अब आयेगी ही नही।
बिना निमंत्रण के ही आना जाना मिलना।।
शख्स आज भी वही बेहतरीन खूबी वाला।
हालात न बदलते तो छूटता नही मिलना।।
चलो बात हो जाती यही क्या कम 'उपदेश' !
वक्त जरूरत पर अब भी हो जाता मिलना।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद