कविता : नया साल... ( 3 )
ये नया साल... सभी बच्चे
ढंग से लिखे और पढ़े
मेरे उमर के यार दोस्त भी अपने
अपने लक्ष्य की ओर बढ़े
देश के सभी लोग
मस्त और व्यस्त रहें
हमारे पूज्य बुजुर्ग भी ठीक
ठाक और स्वस्थ्य रहें
हमारे पूज्य बुजुर्ग भी ठीक
ठाक और स्वस्थ्य रहें......