कविता : इंसान जीरो है....
इंसान बहुत बुद्धिजीवी है
ये बात सही है
मगर इंसान का दिमाग
बिल्कुल नहीं है
इंसान ने बुद्धि लगाया
मगर दिमाग नहीं लगाया
खुद मरने के लिए हाथ
हथियार प्रमाणु अस्त्र बनाया
इंसान तो शोध अनुसंधान
बहुत कुछ कर रहा है
मगर इंसान अपने ही पैरों
पर कुल्हाड़ी मार रहा है
अपने आप को समझता
इंसान हीरो है
असल में इंसान एक
नंबर जीरो है
असल में इंसान एक
नंबर जीरो है.......
netra prasad gautam