जीवन की रेस में
कोई पास कोई फेल
है पूरी की पूरी
जिंदगी यारों यहां खेल।
दौड़ लगी है जितने की
प्रतिस्पर्धी समाज है।
जो कल था वो अब नहीं
कल नहीं होगा जो आज़ है।
वक्त का सफ़ारी यारों घूमना है।
जो पसंद हो तो अच्छा
जो न हो तो भी चुनना है।
काटें बिखड़े पड़ें हैं यहां
राहों में कलियों की
फिरभी यारों चलना है।
यहां राही पथिक अनजाना है
मौज मस्ती में दीवाना है
बस सब दौड़े जा रहें हैं।
सफ़ल होने की होड़ में
भागे जा रहें हैं।
यहां कोई किसी के लिए
नहीं रुकता।
बीन मतलब कोई नहीं झुकता।
एकदूसरे को पछाड़ कर
हर हाल में सभी को जीतना है और
रिश्तों की ढोल को सिर्फ़ पीटना है।
सफ़लता तो म्यूजिकल चेयर
का गेम है यारों
हर किसी का इस पर बैठने का ऐम है।
लेकिन एक चेयर करोड़ों नेम हैं।
पर हर किसी को यहां मिलता नहीं
सफलता नेम फेम है।
बस दौड़ रहा हर कोई सपनों के बाज़ार में
और यह जीवन एक रेस बनकर रह गया
यारों इस संसार में...
यह जीवन एक गेम बनकर रह गया
यारों इस संसार में...