दैविक परिवेश, तंत्र मंत्र सिद्ध कलाएं,
भव्य तिलक और लंबी लंबी जटाएँ ,
पुखराज,नवरत्न,रुद्राक्ष की मालाएं,
वचन_प्रवचन,पूजा पाठ की शालाएं,
चमत्कार जादू टोटके मिथ्या दुआएं ,
रात को सूरज दिन में तारे दिखाएं,
काली घटाएं वक्त बेवक्त उलझाएं,
फीका पकवान मगर ऊंची दुकान चलाएं,
अंधभक्तों को भवसागर पार कराएं,
कलियुगी ढोंगी बाबा दुखदर्द मिटाएं !
----राजेश कुमार कौशल