Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

राष्ट्रवाद और मानवता - संपादकीय - तेज प्रकाश पांडे

राष्ट्रवाद और मानवता - जब हम संकीर्णता से ऊपर उठ कर देखेंगे , तो पायेगे की पूरा विश्व एकल परिवार है( वैश्विक गाँव ) अब हम बात करते हैं राष्ट्रवाद की यह नितांत जरुरी है कि जब हम किसी देश की एकता अखंडता और उसकी संप्रभुता को अछुन्य रखना चाहते है , तो एक साझा गौरवशाली प्राचीन इतिहास की तरफ निहारते हैं जो देश के नागरिको को एक सूत्र में बांध सके तत्पश्चात उनके हितो को आपस में जोड़ के रखा जाता है , ताकी ह्म् आन्तरिक विप्लव की परिस्थितियो से दूर रहे , हां बात हुई हमारी आंतरिक सुरक्षा की l

अब चलते हैं वैश्विक परिपेक्ष में , आज आतंकवाद एक अभिशाप बनकर रह गया है , हमारी तमाम एजेंसियां , सारे प्रयास विफ़ल हो जाते हैं अब गौर करो इसके बारे में तो इसकी कोई आज तक परिभाषा न बन सकी है , जिसकी सम्भवतह वज़हे है इक वैश्विक एकरूपता की कमी तो दूसरी कई बार एक देश का राष्ट्रवाद दूसरे देश के लिए आतंकवादी गतिविधिओ को जन्म देता है

विश्व कल्याण की भावना हमारी प्राचीन परम्परा है , अब इसी को मानवतावाद से संलग्न करके राष्ट्रवाद को इसके दायरे में लेक देखा जाए तो जहां मानवतावाद परिकलित राष्ट्रवाद होगा विश्व कल्याण स्वतः गुंजायमान होगा , और शायद यह राष्ट्रवाद विश्व और मानव संस्कृति के लिए दीर्घकालिकजीवी भी होगा , वशुधैव कुटुंबकम वैश्विक गांव और एक पृथ्वी, एक पर्यावरण और एक जीवन की सत्ता सिद्धांतिक से प्रैक्टिकल हो सकेगा l

वर्तमान में जब विश्व शक्ति व्यापक हो रही है एक एक आधुनिक हथियार परमाणु रासायनिक जैविक मानो मानव सभयता को जब चाहे निगल सकता है ऐसे काल मद्देनजर य तो निःशस्त्रीकरण हो , या फिर ऐसी भावना पनपे जिनमे एक आश्वासन हो कि यह विज्ञान मानव के हेतु है न कि मानव के बिना , मानवता के रास्ते को सुगम बनाने के लिए उसे अपनाया है ना कि मानव के जीवन को नकारात्मक प्रभाव से भरणे हेतुl


मानव तू ​​बड़भागी है , नियति ने दिया है दान तुझे l
तुझसे ही बनना है अब , शक्ति का रखना मान तुझे l
हो प्रकृति सहायक कदम तेरे , ऐसी रचना आयाम तुझे l
सत्ता तेरी चिरजीवी रहे , इतना रखना है ध्यान तुझे l
बंधन में बंध न विचारो के , उन्मुक्त ख्याल कर साध इसे l

जब भी बात राष्ट्रवाद की आये , मानवता और विश्व कल्याण पीछे नहीं छोड़ना चाहिए याद रहे पर्यावरण पृथ्वी ब्रह्माण्ड एक ही है अस्तित्व के लिए l

[तेज प्रकाश पांडे]




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (1)

+

अनुष्का सिंह said

वाकई बहुत खूब लिखा 👏👏

संपादकीय श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन