गुरु के वचन
कहती है गुरु की बाणी
तीन कर्ज़ लेकर हम धरती पर आए
पहला कर्ज़ परमात्मा का
जिनसे श्वास मिली प्राणी को
परमात्मा नाम के सिमरन से ही यह कर्ज़ चुकाया जाएगा..
दूसरा कर्ज़ अपने मात-पिता का
जिन्होंने यह जन्म दिया
उनकी निस्वार्थ सेवा से ही यह कर्ज उतारा जाएगा..
तीसरा कर्ज़ हमारे गुरुओं का,संतों का
जिन्होंने ग्रन्थ बनाकर सद् मार्ग दिखाया
पढ़कर जीवन में धारण करने से ही गुरुओं का यह कर्ज़ चुकाया जाएगा..
सद् गुरु होते वैध समान
उनके वचनों से ही जीवन में प्रकाश
जो माने,सो उतरे पार !!
वन्दना सूद