अपने का सिर पर हाथ होने का एहसास।
ना चाहते हुए भी खुद की बढ़ा देता साँस।।
दोनों हाथो से सिर को पकड़ने का अंदाज।
बिना वज़ह ही बढ़ा देता करीबी में प्यास।।
उथल-पुथल होती दिल में संभालती राज।
सीने से चिपक जाने का बेहतरीन एहसास।।
खामोशी का तराना सुकून भर देता मन में।
तरह-तरह के ख्याल पिघलने लगे एहसास।।
प्रेम का चढा बुखार सिमटने में आता करार।
हर तरह की राहत गरम साँसों का एहसास।।
सब लगने लगता सरल और सुगम 'उपदेश'।
नियम उलट पलट जाते सुकून का एहसास।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद