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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

स्थिर मन में, शांत लहरें - अशोक कुमार पचौरी


स्थिर मन में,
शांत लहरें,
आज क्यों हैं?

आसमान में,
काले पहरे,
आज क्यों हैं?

सुन रहे हैं सबकुछ,
फिर भी लोग बहरे,
आज क्यों हैं?

तन बदन में आग लगी है,
दिल में फिर भी राज गहरे,
आज क्यों हैं?

पतझड़ के सूखे उपवन में,
भ्रमित भँवरे,
आज क्यों हैं?

स्थिर मन में,
शांत लहरें,
काले पहरे,
लोग बहरे,
राज गहरे,
भ्रमित भँवरे,
आज क्यों हैं?

-अशोक कुमार पचौरी


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (1)

+

Lekhram Yadav said

वाह सर जी भ्रमित लोगों को सही राह दिखाने के लिए सुन्दर प्रयास किया है।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' replied

महोदय अपने लिए अपने मनोभावों को प्रकट किया है की सब कुछ जानते हुए भी बहुत सी चीज़ों में जहाँ बोलना चाहिए कुछ करना चाहिए नहीं कर पाता हूँ - मेरा अक्सर किसी भी उम्र के इंसान से झगड़ा होजाता है जब कोई बिना बात के मेरे सामने गली में कुत्तों को लात मारकर या डंडे से भगाता हुआ नज़र आता है - मेरे घर वाले परेशां हैं कि किसी दिन अच्छा झगड़ा मोल लेगा, पर कहाँ तक चुप रहे बेजुबााँ जानवरों से जगह भी छीन ली अब वह सड़क पर चुपचाप बैठा है और कोई उसके लात मारकर चल रहा है और वह कुन कुन कुन कर कराह रहा है दर्द होता है मन करता है वैसे ही व्यवहार किया जाय उस इंसान के साथ लेकिन कर नहीं सकता बस उसको हिंदी में प्यार से समझाकर खुद को शांत कर लेता हूँ - हालाँकि परिणाम पॉजिटिव हैं 60% लोगों ने जो मेरे घर के सामने से गुजरते हुए ऐसा करते थे अपना रास्ता बदल लिया है बाकी के 40% लोग समझ गए हैं

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