वक्त वक्त की नजाकत मोहब्बत में ताकत।
पसन्द उसको क्या क्यों करती मेरी हिमायत।।
अपनी लट को पकड़ कर कान पर चढ़ा कर।
नजरें टकरा जाने पर नजरें दबाने की आदत।।
अन्दाज बदलकर पलटकर चलना 'उपदेश'।
अच्छा लगता मुस्कुराना होता दिल आहत।।
New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|
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अन्दाज बदलकर पलटकर चलना 'उपदेश'।
अच्छा लगता मुस्कुराना होता दिल आहत।।