किरदार शायरों का..!
जब उसने जाना
मुझे पसंद है किरदार शायरों का
खुद को उसने शायर बना दिया ।।
जो कह नहीं पाता था
दिल की बात किसी से
मुझे अपनी जिंदगी का किताब थमा गया।।
जब पकड़ा उसने मेरा हाथ
पाया मैंने उसका साथ
फिर मुझको अपना रहबर बना गया ।।
जिम्मेदारियों से घिरा जीवन
समय से पहले उसको बड़ा बना गया
मेरा साथ पाकर उसने
अपना बचपन दोबारा पा लिया।।
- तुलसी पटेल