माँ की ममता छाँव बनी है,
पिता सदा दीवार बने हैं।
सपनों को उड़ान देने,
ये खुद ही पतवार बने हैं।
त्याग, समर्पण, स्नेह अनोखा,
जीवन के आधार हैं माता-पिता।
दुख में हँसकर राह दिखाएँ,
हर आँधी में प्यार हैं माता-पिता।
संघर्षों में साथ निभाएँ,
आशीषों की छाँव हैं ये।
दुनिया लाख बदल जाए,
पर सदा हमारे भाव हैं ये।
धरती जैसा धैर्य है इनमें,
अंबर जैसा प्यार है।
सच कहूँ तो माता-पिता ही,
ईश्वर का अवतार है।