New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

गर आ जाते तुम-ताज मोहम्मद

जी लेते हम भी ज़िन्दगी को गर आ जाते तुम।
अश्कों से ना होती यूँ दोस्ती गर आ जाते तुम।।1।।

तेरी रूह में उतरते इश्क़ बनकर हम ऐ ज़िंदगी
नज़रों से अश्क़ ना छलकते गर आ जाते तुम।।2।।

तन्हाई में नशे से हो गयी दोस्ती हम पीने लगे।
यूँ मैखाने मे ना गुजरती रातें गर आ जाते तुम।।3।।

नाराज़ है अब मेरी माँ भी इस शराब के चलते।
फिर ना होता हमसे ये गुनाह गर आ जाते तुम।।4।।

ना रहे अपने घर के यूँ ना रहे तेरी मोहब्बत के।
फिर ना आते हम गुमराही पे गर आ जाते तुम।।5।।

समझौता ना करते हम बिगड़े हुए इन पलों से।
क्यों आदत बनती यह शराब गर आ जाते तुम।।6।।

बिन तेरे क्या करते ज़िन्दगी का हम चुप ही रहे।
हाँ यूँ मौत ना लेती आगोश में गर आ जाते तुम।।7।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Lekhram Yadav said

वाह ताज भाई हमें बुलाने का आपने एक नया तरीका ढ़ूंढ़ ही लिया। हम आएंगे और जरूर आएंगे और दोस्ती भी निभाएंगे। अभी मौत के आगोश में जाने की जरूरत नहीं है।हमें आपकी बहुत जरूरत हैऔर आपकी इन खूबसूरत गजलों उससे भी ज्यादा जरूरत है। आपको मेरा नमन है।

Bhushan Saahu said

Bahut sundar likha ha...aapke pas bahvanye vichar sbdo ka sahi chayan in sbki samajh bahut ache se hai. Aap ase hi likhte rhiye ham ase hi pdhte rhnge.

रीना कुमारी प्रजापत said

आफ़रीन

कमलकांत घिरी said

वाह! वाह! वाह! सर जी वाह! इन पंक्तियों के लिए तो मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है आपकी इन पंक्तियों को मेरा कोटि कोटि नमन🙏।।प्रणाम स्वीकार करें सर जी।।🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन